अपडेटेड 7 June 2025 at 17:34 IST
Sugarcane Juice: गर्मियां आ चुकी हैं और इस चिलचिलाती धूप में शरीर को ठंडा रखने के लिए गन्ने का जूस सभी का पसंदीदा ड्रिंक है। ठंडा-ठंडा गन्ने का जूस आपके शरीर को तुरंत एनर्जी देने का काम करता है और डिहाइड्रेशन से बचाता है।
गन्ने के रस में अच्छी खासी मात्रा में नैचुरल शुगर होता है जो शरीर को तुरंत एनर्जी देता है। हालांकि, क्या आपने कभी गौर किया है कि गन्ने का जूस हमेशा फ्रेश बनाकर ही क्यों दिया जाता है? वजन कम करने के लिए ये क्यों बेहतरीन ऑप्शन है? चलिए इससे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें जानते हैं।
क्रिस्टोफर कोलंबस 1493 में गन्ने को कैरिबियन में ले गए और वहां इसे लगाया और इस तरह, गन्ने की खेती दुनियाभर में फैल गई। एक गन्ने का पौधा 30 फीट तक लंबा हो सकता है।
गन्ने में कोई फैट नहीं होता। यह 100% नैचुरल ड्रिंक है। इसमें सुक्रोज, फ्रुक्टोज और कई अन्य प्रकार के ग्लूकोज का मिश्रण होता है जिस वजह से ये काफी मीठा होता है। इसमें लगभग 30 ग्राम नैचुरल शुगर होता है।
गन्ने के रस से निकाली गई चीनी में केवल 15 कैलोरी होती है। कच्चे गन्ने के रस में प्रति सर्विंग कुल 13 ग्राम आहार फाइबर होता है।
गन्ने का रस तुरंत निकालकर फ्रेश पीया जाता है। जैसे ही रस निकालते हैं, उसमें ऑक्सीकरण की प्रक्रिया शुरू हो जाती है जिससे उसका स्वाद, रंग और पोषक तत्व तेजी से बदलने लगते हैं।
गन्ने का रस ज्यादा लंबे समय तक स्टोर नहीं किया जा सकता। इसमें नैचुरल शुगर भरपूर मात्रा में होता है जिससे ये बैक्टीरिया को अट्रैक्ट करता है। इसे स्टोर करके रखेंगे तो ये फर्मेंट होकर खट्टा या जहरीला बन सकता है।
गन्ने का रस 15 से 20 मिनट के अंदर ही अपना रंग बदलने लगता है। एक घंटे में तो गर्मियों में गन्ने का जूस खराब भी हो जाता है। आप इसे फ्रिज में स्टोर करना चाहते हैं तो केवल आधा घंटा ही करें। फिर भी इसका स्वाद बदल जाएगा।
गन्ने का रस बर्फ के साथ ज्यादा पीया जाता है। बर्फ डालने से गन्ने का जूस थोड़ी देर ठंडा रह सकता है। साथ ही, इसका ऑक्सीडेशन भी धीमा हो सकता है। नींबू और अदरक डालने से भी ऑक्सीडेशन धीमा होता है।
गन्ने का रस प्लास्टिक की बोतल में रखने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से जूस में केमिकल रिएक्शन हो सकता है जिससे ना केवल इसका स्वाद खराब होगा, बल्कि क्वालिटी पर भी असर पड़ेगा।
पब्लिश्ड 7 June 2025 at 17:34 IST