अपडेटेड 31 May 2025 at 12:32 IST
राष्ट्रीय राजधानी में मई के महीनों हुई बारिश से लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली। मगर नौतपा की वजह से इन दिनों दिल्ली में भीषण गर्मी हो रही है। तपती गर्मी से सिर्फ आम लोग ही नहीं, बल्कि तिहाड़ जेल के कैदी भी परेशान हैं। ऐसे में तिहाड़ जेल प्रशासन ने कैदियों को गर्मी राहत देने के लिए एक नई योजना शुरू की है। इसके लिए जेल प्रशासन 60 लाख रुपए खर्च भी कर रहा है।
इस योजना के तहत अब तिहाड़ में कैदियों को रोजाना दो नींबू दिए जा रहे हैं, जिससे वे नींबू पानी बनाकर पी सकें और शरीर को ठंडक पहुंचा सकें। साथ ही कैदियों को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए भी नींबू दिया जा रहा। इसके साथ ही, उन्हें विशेष गर्मी से बचाने वाली चादरें भी उपलब्ध कराई जाएंगी, जो तेज गर्मी में उनके शरीर का तापमान सामान्य बनाए रखने में मदद करेंगी।
जेल अधिकारियों का कहना है कि यह पहल न केवल कैदियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर की गई है,बल्कि इससे जेल के भीतर का वातावरण भी अधिक सहनीय बन सकेगा। प्रशासन की यह कोशिश है कि भीषण गर्मी में कैदियों को आवश्यक सुविधाएं देकर उन्हें कुछ राहत दी जा सके। जानकारी के मुताबिक, तिहाड़ जेल में फिलहाल 20 हजार कैदी है और हर रोज 40 हजार नींबू की खपत है तिहाड़ जेल में होगी।
अपनी क्षमता से तीन गुना अधिक कैदियों को समेटे हुए तिहाड़ जेल में हर साल गर्मी से निपटना एक गंभीर चुनौती बन जाती है। कैदी दिनभर पंखों के नीचे समय बिताने को मजबूर हैं, लेकिन इससे डिहाइड्रेशन का खतरा बना रहता है। जेल सूत्रों के अनुसार इस समय लगभग 19 हजार 600 से ज्यादा कैदी अलग-अलग जेलों में बंद हैं। कभी यह संख्या 20 हजार से ऊपर पहुंच जाती है तो कभी थोड़ी कम हो जाती है।
15 अप्रैल से 15 जुलाई तक की भीषण गर्मी के दौरान, सभी कैदियों को प्रतिदिन दो नींबू दिए जा रहे हैं। अगले तीन महीने तक कैदियों को नींबू दिया जाएगा। कैदी इन नींबुओं को पानी में निचोड़कर पीयेंगे। इससे वो डिहाइड्रेशन से खुद को बचा सकेंगे। तीन महीने में करीब 60 लाख का नींबू कैदियों को दिया जाएगा। बता दें कि तिहाड़ जेल को साल 1958 में स्थापित किया गया था और यह भारत के सबसे बड़े जेल परिसरों में से एक है। यह 400 एकड़ से अधिक क्षेत्र में बनी है, जिसमें नौ जेल शामिल हैं।
पब्लिश्ड 31 May 2025 at 12:32 IST