अपडेटेड 5 June 2025 at 11:27 IST
भारत में कोरोना (Covid-19) एक बार फिर जिस तेजी से पैर पसार रहा है उससे लोगों की टेंशन बढ़ने लगी है। एक्टिव केस की संख्या 5 हजार के करीब पहुंचा गया है जो चिंता का विषय है। Covid-19 धीरे-धीरे पूरे देश को अपनी चपेट में ले लिया है। पिछले 24 घंटे में इसकी चपेट में आने से 7 लोगों ने दम तोड़ दिया है। मरने वालों में 5 महीने का एक मासूम भी शामिल है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के संक्रमण से पिछले 24 घंटे में कर्नाटक और दिल्ली में दो-दो मरीजों की मौत हुई है। जबकि महाराष्ट्र में तीन मरीजों के मरने की जानकारी है। मृतकों में से एक पांच महीने का एक बच्चा भी शामिल है, जिसे सांस संबंधी समस्या थी। देश में 22 मई को एक्टिव मरीजों की संख्या 257 थी और 31 मई तक यह संख्या बढ़कर 3,395 हो गई। इसके बाद एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 4,866 हो गई।
पिछले 24 घंटे में 564 नए कोविड केस
कोरोना के एक्टिव केस की संख्या में भी कमी नहीं आ रही है। पिछले 24 घंटे में 564 नए कोविड केस सामने आए हैं, जिससे देशभर में एक्टिव केस की संख्या 4,866 तक पहुंच गई है। इसमें केरल सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल के बाद महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में शामिल हैं।
इस साल जनवरी के बाद से देश में कोविड-19 से अब तक 51 लोगों के मरने की सूचना है। बीते 24 घंटे में 7 लोगों ने दम तोड़ दिया है। महाराष्ट्र में 3, दिल्ली और कर्नाटक में 2-2 मौतें हुई हैं, मृतकों में 6 बुजुर्ग थे, जिन्हें डायबिटीज, हाइपरटेंशन और निमोनिया जैसी बीमारियां पहले से थीं। वहीं, दिल्ली में 5 महीने के एक मासूम ने भी दम तोड़ दिया, जिसे सांस संबंधी समस्या थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों अनुसार, 24 घंटे के दौरान केरल में सबसे अधिक 114 केस सामने आए। इसके बाद कर्नाटक 112 और पश्चिम बंगाल 106 केस के साथ दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं। वर्तमान में केरल में 1,487 एक्टिव मरीज हैं जो देश में सबसे अधिक है। इसके बाद महाराष्ट्र में 526, गुजरात में 508 और दिल्ली में 562 एक्टिव मरीज हैं।
स्वास्थ्य विभाग और सरकार भी अलर्ट मोड में हैं। लोगों से सतर्क रहने , मास्क पहनने और भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचने की अपील की जा रही है। अस्पतालों में आने वाले पांच प्रतिशत इन्फ्लुएंजा और शत प्रतिशत गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी से संबंधित मरीजों की कोरोना जांच कराने का निर्देश दिया गया है। यदि किसी को सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द आदि जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो निकटतम स्वास्थ्य केंद्रों में रिपोर्ट करने को कहा गया है।
पब्लिश्ड 5 June 2025 at 11:27 IST